5 Essential Elements For sidh kunjika
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।
इश्क के जाल में फंसाकर चल रहा ठगी का खेल, जानें क्या है इससे बचने का तरीका?
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
This Mantra retains terrific significance In terms of attaining a blissful psychological point out and spiritual growth.
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
इति श्रीरुद्रयामले गौरीतन्त्रे शिवपार्वतीसंवादे सिद्ध get more info कुंजिका स्तोत्र